शेख हसीना के इस्तीफे से भारत पर क्या असर?



 नमस्कार दोस्तों मैं सूरज कुमार आप सभी साथियों का स्वागत है। दोस्तों आज हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश में हालात बहुत ही नाजुक हैं। वहां के प्रदर्शन कारियों के हिसंक प्रदर्शन से कई नागरिकों की जान भी गईं हैं।

बांग्लादेश में प्रदर्शन का मुख्य कारण 

दोस्तों बांग्लादेश में प्रदर्शन का मुख्य कारण आरक्षण है। बांग्लादेश जब पाकिस्तान से अलग हुआ तब वहां के स्वातंत्रा सेनानियों के बच्चों के लिए सरकारी नौकरियों में 30% आरक्षण का प्रावधान किया गया था। 
जिसे हाल ही वहां की उच्च न्यायालय ने आरक्षण का दायरा घटाकर 5% कर दिया था। जिसके बाद स्वातंत्रा सेनानियों के संतानों ने प्रदर्शन किया और आरक्षण को पुनः यथास्थिति 30% की मांग की।

जिसको वहां मौजूदा सरकार ने शेख हसीना ने आरक्षण को वापस 30% कर दिया जिसके चलते वहां के अन्य जनता में आक्रोश फैल गया और वे विरोध प्रदर्शन पर आ गये।

शेख हसीना की सरकार ने प्रदर्शन को दबवाने के लिए कई प्रयास किए लेकिन प्रदर्शन और बढ़ता चला गया। 

प्रदर्शन पहले शांतिपूर्ण ढंग से हो रहा था लेकिन शेख हसीना के एक बयान से प्रदर्शन और उग्र होता चला गया। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को गद्दार कहा। और कहा कि आरक्षण स्वातंत्रा सेनानियों को ना देकर क्या गद्दारों को दिया जाये। जिसके प्रदर्शन और बड़ा हो गया।

बांग्लादेश के प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना से इस्तीफा की मांग शुरू कर दिया। बांग्लादेश में हालात बिगड़ते देख शेख हसीना इस्तीफा दे दिया और भारत आ गईं।

शेख हसीना के इस्तीफे से भारत पर क्या असर?

शेख हसीना के इस्तीफे से भारत पर काफी असर पड़ सकता है। शेख हसीना को सरकार बनायें अभी कुछ ही महीने हुए होंगे की सरकार गिर गई। आजाद बांग्लादेश की यह सबसे बड़ी त्रासदी है और शेख हसीना सरकार के लिए सबसे मुश्किल समय।

बांग्लादेश भारत का पड़ोसी देश है यह भारत के साथ एक लंबी स्थलीय सीमा साझा करता है। शेख हसीना की सरकार में बांग्लादेश के भारत के साथ रिश्ते अच्छे थे। ऐसे कई राजनीतिक और व्यापारिक रिश्ते हसीना के सरकार में अच्छा चल रहा था। 

बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने कहा है कि हम जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाएंगे और हालात को सामान्य करेंगे। 

अब बांग्लादेश की कौन सी सरकार सत्ता में आएगी और उसका भारत के प्रति क्या रवैया रहेगा यह वक्त बताएगा। 

जहां तक इसके असर की बात करें भारत इस समय कठिन समय गुजर रहा है। यहां भी आरक्षण को लेकर हालत बहुत ही खराब है।

भारत को चाहिए बांग्लादेश की मुश्किल परिस्थितियों में वहां पर शांति बनाने का प्रयास करना चाहिए। वहां पर हो रहे हिन्दू मुस्लिम विवाद को रोकना चाहिए।

बांग्लादेश की जनता को चाहिए वे शांतिपूर्ण तरीके से अपने घरों को वापस जाएं और हिंसा छोड़कर सभी पक्षों के साथ मिलकर एक अच्छे लोकतंत्र को स्थापित करें। धन्यवाद 🙏।

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